मैं सुन सकूं तेरी बातों को | Lyrics song
मैं सुन सकूं तेरी बातों को,
रूहानी कानों को खोलदे खुदा
पापों पे दे दे फताह मुझको तू,
अंधेरे को मुझसे करदे जुदा
1. तुझसा ही हू-बा-हू ए-येशु,
मैं बनना चाहता हूं तेरे में कामों को ए ख़ुदा,
करना चाहता हूं तेरे नबियों और रसूलों की मानिंद ए येशु
2. जीवन का सोता तू मुझको जीवन देता है
पानी के झरनों के जैसे मुझसे बहता है
सांसों के जैसे मुझे तेरी जरुरत है येशु
3. तूने ही मुझको हाथों से बनाया है येशु
जीवन की सांसों को मुझमे समाया है येशु
तुझको जब जाना तो यह जाना यह जीवन मेरा