तोरे सिवा जाऊँ कहाँ | Lyrics song
तोरे सिवा जाऊँ कहाँ
पाऊँ तझु जाऊँ जहाँ ….. 4
1) प्रभु मैं था एक अज्ञानी
अनग्रुह से ही तेरी महिमा जानी …… 2
भेड़ हूँ मैं तू है गड़रिया
आत्मा से मझु को चरा
2) काले समदंर से मैं घिरा था
आस ना थी कोई डूब रहा था …… 2
आके यीशू तूने बचाया
जीवन का मार्ग दिखाया
3) प्रभु मैं था एक अभिमानी
करता था अपनी मनमानी …… 2
पत्थर सा दिल पिघलाया
सच्चा प्रेम करना सिखाया
मोरे जीवन के तूम स्वामी
तुमको अर्पण प्राण आत्मा भी
तोरे जैसा कौन है प्रेमी
ना मिलेगा तुमसा कोई
भेड़ हूँ मैं तू है गड़रिया
आत्मा से मझु को चरा
तोरे सिवा …….
4) सारे मिलकर जय जय गाएँ
तेरी आगे शीश झुकाए …… 2
सर्वशक्तिमान है तू
ना कोई तुझसा प्रभु